संकट हरो, करो कल्याणा।
रामदूत अतुलित बलधामा,
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।
बजरंगी बलवान वीर हो,
रघुवर के तुम सबसे करीब हो।
सिंदूर लेप चढ़े अंग प्यारा,
सिया राम के संग तुम्हारा सहारा।
दुष्ट दलन में तेज तुम्हारा,
भक्तों के हित में रूप तुम्हारा।
जय-जयकार हो हर मंदिर में,
बोलो बजरंगी लाल की जय हर दिन में।
मन में वास तुम्हारा रहे,
हर सांस राम नाम से सजे।
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हनुमान भजन